स्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। येहि अवसर मोहि आन उबारो॥
स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु मम संकट भारी॥
महाभारत काल से दिल्ली के प्रसिद्ध मंदिर
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥
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कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥
अथ श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा
नमो नमो जय नमो शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥
सबहिं कृपा कर लीन बचाई ॥ किया तपहिं भागीरथ भारी ।
भक्त अपने जीवन में पैदा हुई कठिनाइयों और बाधाओं को दूर करने के लिए श्री शिव चालीसा का नियमित पाठ करते हैं। श्री शिव चालीसा के पाठ से आप अपने दुखों को दूर कर भगवान शिव की असीम कृपा प्राप्त shiv chalisa in hindi कर सकते हैं। शिव चालीसा का पाठ हमेशा सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद करना चाहिए। भक्त प्रायः सोमवार, शिवरात्रि, प्रदोष व्रत, त्रयोदशी व्रत एवं सावन के पवित्र महीने के दौरान शिव चालीस का पाठ खूब करते हैं।
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर shiv chalisa in hindi मध्य कमल हैं जैसे॥
धन निर्धन को देत सदाहीं। जो कोई जांचे वो फल पाहीं॥
जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥